दिल्ली .......

दिल्ली .......

चलना है और बस चलते जाना है यहाँ रुकना मना है , लाखो की आबादी वाले इस सहर में हर कोई अकेला है ,यहाँ आने वाले को आदत दिला दी जाती है अकेले रहने की ,चाय की दुकानों बस पड़ाव पे लिखा होता है To Let one Room Set . सुबह उठाना अपने कम पे जाना जब तक लौट के आना इतना थका होना की क्या दोस्त क्या पडोसी,
बस सो जाना और अगले दिन की रेस के लिए खुद को तैयार करना , यहाँ बस चलते जाना है रुकना मना है ...



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