काश

मेरे और तुम्हारे बीच में कोई जज होता और मैं कह पाता अपनी बात  
ऐसे तो जज तुम्ही, वकील भी तुम, सारे इलज़ाम भी मुझपे दिए और बा इज्जत बरी भी मुझको किया 
पर काश मेरे और तुम्हारे बीच कोई जज होता और मैं कह पाता अपनी बात.... काश 

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